
अगली सुबह ,
सिद्धि और अर्थ दोनों ही एक दूसरे की बाहों में सुकून से सोए हुए थे । अर्थ ने अपना चेहरा सिद्धि के सीने में छुपाया हुआ था और सिद्धि का एक हाथ अर्थ के बालों में तो दूसरा हाथ उसकी पीठ पर था जिससे उसने अर्थ को अपनी बाहों में छुपाया हुआ था । दोनों ही एक दूसरे को महसूस कर रहे थे । कुछ देर बाद दोनों ही धीरे धीरे अपनी आँखें खोलते हैं।

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