
पूरे बाथरूम में इस वक्त सिद्धि और अर्थ की मोन की आवाज गूंज रही थी । अर्थ लगातार सिद्धि को झटके दिए जा रहा था जिससे सिद्धि की आहे निकल रही थी और अर्थ को मदहोश कर रही थी । अर्थ एक झटके के साथ सिद्धी की पुसी से अपनी डिक को बाहर निकालता है ।
अब पोजीशन ये थी कि सिद्धि अर्थ के ऊपर अपनी पीठ के बल लेती हुई थी और गहरी गहरी सांसे ले रही थी । उसका सीना ऊपर नीचे हो रहा था जिससे वो ओर भी ज्यादा अट्रैक्टिव लग रही थी । अर्थ अपने हाथों को सिद्धि की पुसी के पास लेकर जाता है और वहां धीरे धीरे अपना हाथ रब करने लगता है । सिद्धि जो अपनी सांसे कंट्रोल करने की कोशिश कर रही थी वो फिर से आहे भरने लगती है ।

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