
सिद्धि के शिव को गले लगाने से तीनों लड़के ही शॉक्ड थे । सबसे ज्यादा अर्थ और आरव क्योंकि शिव जो लड़कियों से तो दूर , लड़कों से बस काम की ही बात करता था , उसने एक लड़की को खुद से दूर नहीं किया ।
आरव अपनी आँखें गोल गोल करते हुए मन में कहता है , " गई ये तो , इसने एक जल्लाद को गले लगाकर खुद के पैरों पर कुलाड़ी मार ली । हाय अगर ये ब्यूटीफुल मुझे गले लगाती तो मेरा तो दिन बन जाता । " वो अभी सोच ही रहा था कि तभी उन्हें सिद्धि की आवाज सुनाई देती है ।

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