
सिद्धि उसे देखकर चिल्लाते हुए कहती है , " अगर नफरत है तो फिर , आप मुझसे नफरत करते हैं ये कहते हुए इन आंखों में मुझे दर्द क्यों दिख रहा है । बताइए मुझे । कहा जा रहे हैं। " लेकिन अर्थ वहां से जा चुका था क्योंकि सिद्धि सच ही तो कह रही थी कि अर्थ की आंखों में बेहिसाब दर्द था जिसे वो सिद्धि को नहीं दिखाना चाहता था ।
अर्थ के जाते ही सिद्धि हैंगर में टंगा हुआ बाथरोब पहनकर बाथरूम में लगे मिरर के सामने खड़ी होकर अपने अक्स को देखकर कहती है , " हम जानते हैं अर्थ की अब आपकी फीलिंग्स को बाहर कैसे लाना है । बस अब देखते जाइए मैं क्या करती हूं। " बोलकर सिद्धि एक डेविल स्माइल लिए बाहर रूम में आती है । रूम में अर्थ ड्रेसिंग टेबल के सामने खड़े होकर ऑफिस के लिए रेडी हो रहा था । सिद्धि अर्थ को इग्नोर करके सीधे क्लोसेट की तरफ चली जाती है ।

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